HI/670101 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यूयार्क में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
श्रीमद भागवतम में यह अत्यधिक सुंदरता से बताया गया है कि किस प्रकार इस सृष्टि का सर्जन हुआ तथा किस प्रकार ब्रह्माजी की उत्पत्ति हुई और कैसे ब्रह्माजी से ऋषिओ की उत्पत्ति हुई, किस प्रकार सामान्यतः जनसख्या बढ़ी। यह वर्णन है। तो वास्तव में भगवान श्री कृष्ण मूल हैं। जन्मादि अस्य यतः (श्री.भा. १.१.१.)। वेदांत सूत्र में यह बताया गया है, सब कुछ उनमे से ही उत्पन्न होता है। |
670101 - प्रवचन भ.गी. १०.२-३ - न्यूयार्क |