HI/670330 - भक्तों के समूहों को लिखित पत्र, सैन फ्रांसिस्को
मार्च ३०, १९६७ [हस्तलिखित]
अंतराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ
२६ सेकंड एवेन्यू, न्यू यॉर्क, एन वाई १०००३ टेलीफोन ६७४-७४२८
आचार्य :स्वामी ए.सी. भक्तिवेदांत
समिति:
लैरी बोगार्ट
जेम्स एस. ग्रीन
कार्ल एयरगन्स
राफेल बालसम
रॉबर्ट लेफ्कोविट्ज़
रेमंड मराइस
माइकल ग्रांट
हार्वे कोहेन
मेरे प्यारे भक्त,
मुझे पता है कि आप मेरी अनुपस्थिति को वैसे ही महसूस कर रहे हैं, जैसे की मैं आपसे अनुपस्थिति को महसूस कर रहा हूं। लेकिन इस बीच ऐसा होना चाहिए, और जब तक आप हरे कृष्ण का जप करते रहेंगे, कृष्ण आपको प्रदान करेंगे। मैं आप में से हर एक को देखना चाहता हूं, इसलिए मैं मुकुंद से अपनी यात्राओं की व्यवस्था करने के लिए कह रहा हूं, क्योंकि उन्होंने इस सेवा को प्रदान करने के लिए स्वेच्छा से काम किया है। यदि आप में से किसी के पास कोई विशेष बिंदु है जिस पर आप मुझसे चर्चा करना चाहते हैं, तो कृपया मुकुंद मेरे लिए आपके साथ एक नियुक्ति करें। मैं हमेशा आपकी सेवा में हूं।
यदि आप हमेशा हरे कृष्ण का जप करते हैं, मेरी पुस्तकों को पढ़ते हैं, और इस सिद्धांत का ईमानदारी से प्रचार करते हैं, तो कृष्ण आपको सभी सुविधा प्रदान करेंगे, और आप भौतिक उलझनो में नहीं पड़ेंगे।
आपका स्नेही और नित्य शुभचिंतक,
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
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