HI/670923 - रायराम को लिखित पत्र, दिल्ली
९/२३/६७
बोस्टन में प्राप्त पत्र की प्रति
मेरे प्रिय रायराम,
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। मुझे लगता है कि इस समय तक आप बोस्टन गए हैं। आपके पत्र से मैं समझता हूं कि आपने बैक टू गॉडहेड के महत्व को हृदय में ले लिया है। मुझे अन्य केंद्रों से खबर मिली है कि बैक टू गॉडहेड अब मांग में है, और ५००० प्रतियां प्रकाशित करने के लिए आपके विचार बहुत उत्साहजनक है। जो खबर हम बैक टू गॉडहेड में प्रकाशित कर रहे हैं, वह निश्चित रूप से पश्चिमी दुनिया के लोगों के लिए एक नवीन प्रस्तुति है जो आध्यात्मिक ज्ञान कि उत्कंठा कर रहे हैं। तो अगर आप भगवद गीता और श्रीमद भागवतम के आधार पर लेख लिखना जारी रखते हैं, तो निश्चित रूप से वे सभी मनुष्यों के दिलों के अन्तर्भाग को छु जायेगा, और निश्चित रूप से वे प्रतिक्रिया दिखाएंगे। इसलिए युक्ति को अति सतर्कतापूर्वक से जारी रखें, और आप सफल रहेंगे। जब से मैं यहां हूं मैंने एक भी प्रतिलिपि नहीं देखी है, हालांकि मैंने सुना है; कई स्रोत से इसके सुधार के विषय में। मैं यह जानने के लिए भी उत्सुक हूं कि क्या सिंधिया प्रतिनिधिमंडल का विज्ञापन प्रकाशित किया गया है ।
कल सुबह मैंने कीर्त्तनानन्द को कुमारी डी.सी. बोटेल २७ कॉर्नहर्स्ट रोड लंदन एनडब्ल्यू २ बासुरे गौडिया मठ के परिचय पत्र के साथ लंदन भेजा। मुझे आशा है कि यह देवी जो एक गौड़ीय वैष्णव मानी जाती हैं, उनका सम्मानपूर्वक स्वागत करेंगी, और वहां एक केंद्र शुरू करने की संभावना है। आप नवंबर की शुरुआत तक लंदन के लिए रवाना होने वाले थे, अगर कुमारी बी हमें अपना सहयोग देती हैं, और कीर्त्तनानन्द अपने विशेष कार्य में सफल होते हैं, आप वहां समय पर पहुंच जायेंगे, और एक अनुकूल विवरण की प्राप्ति पर अच्युतानंद और हम भी जा सकते हैं।
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
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