HI/671018 - मुकुंद को लिखित पत्र, कलकत्ता
१८ अक्टूबर, १९६७
मेरे प्रिय मुकुंद,
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। मुझे आपके टेलीग्राम निम्नलिखित पढ़ रहा हूं;
"स्वामीजी अब दस्तावेजों के साथ तीसरी प्राथमिकता का वीजा भर रहे हैं"
आज मैं अमेरिकी कांसुलर कार्यालय गया और विभिन्न केंद्रों से निमंत्रण पत्र प्रस्तुत करने पर मुझे एक ही बार में #बी२ के तहत आगंतुक वीजा प्रदान किया गया। जिस अधिकारी से मैं मिला, वह बहुत सहानुभूतिपूर्ण थे और उन्होंने कहा कि इस तरफ से आव्रजन वीजा प्रदान करने में लंबा समय लगेगा अच्छा होगा की आप आगंतुक वीजा लें-इसलिए मैंने इसे स्वीकार कर लिया है। अब वर्तमान के लिए आप मेरे आने तक आगे कोई कदम न उठाएँ। कल हम आपका तंबूरा प्राप्त करेंगे। आशा है कि आप ठीक हैं।
आपका नित्य शुभचिंतक
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
मुकुंद दास अधिकारी
५१८ फ्रेडेरिक स्ट्रीट
सैन फ्रांसिस्को, कैलिफ़ोर्निया
यू.एस.ए. ९४११७
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
सी/ओ मदन दत्ता
७५ दुर्गाचरण डॉक्टर गली
कलकत्ता १४
भारत
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