HI/680301 - जयानंद को लिखित पत्र, लॉस एंजिलस
त्रिदंडी गोस्वामी
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
आचार्य: अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ
शिविर: इस्कॉन राधा कृष्ण मंदिर
5364 डब्ल्यू पिको बुलेवार्ड।
लॉस एंजिल्स, कैल। ९००१९
दिनांक ....मार्च..1,................196.8.
मेरे प्रिय जयानंद,
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। आपका २३ फरवरी १९६८ का पत्र पाकर मुझे बहुत प्रसन्नता हुई। जिस घर को आप खरीदने का प्रस्ताव दे रहे हैं उसका विवरण बहुत आकर्षक है और मेरा यह अनुमान है कि यह भगवान कृष्ण द्वारा आपकी निष्ठावान सेवा के प्रतिदान के रुप में की गई उनकी अचिन्त्य शक्ति द्वारा की गई व्यवस्था है। मैंने पूरा पत्र पढ़ लिया है और यह सब उत्साहजनक है और इसलिए मुझे लेन-देन के प्रति पूर्ण सहानुभूति है और मैं उचित आकलन के अनुरूप इस घर को प्राप्त करने के आपके अच्छे प्रयासों का अनुमोदन करता हूँ; यह मुझे हर रुप से अच्छा लग रहा है। भुगतान की व्यवस्था भी बहुत अच्छी है। मुझे पता है कि आपको गृह-कर का भुगतान नहीं करना होगा, क्योंकि यह इस्कॉन के अधिकार में है, जो कि कर-मुक्त संगठन है।
जैसा कि आपने इस खरीद के संबंध में ऋण को परिनिर्धारित करने की इच्छा की है, मुझे विश्वास है कि कृष्ण इस दिशा में आपकी सहायता करेंगे।
हम एस.एफ. के लिए दिनांक 8 को आरंभ कर रहे हैं, फ्लाइट नं. ९७७ सुबह १०:१० बजे [हस्तलिखित]; यह सूचना उद्धव को पहले ही भेजी जा चुकी है। मुझे अनुमान है कि आप आवश्यक कार्य करेंगे। आशा करते हैं कि आप कुशल होंगे।
आपका परम हितैषी,
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