HI/680528 - उद्धव को लिखित पत्र, बॉस्टन
इस्कॉन राधा कृष्ण मंदिर
95 ग्लेनविल एवेन्यू
ऑलस्टन, मास 02134
28 मई, ..................1968
मेरे प्रिय उद्धव,
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। मैं आपके 24 मई, 1968 के पत्र के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूँ और मैंने उसकी विषय-वस्तु को ध्यान से नोट किया है। शम्भू वह सिद्धांत हैं जिसके द्वारा भगवान भौतिक प्रकृति को जीवों के बीजों से गर्भवती करते हैं। दुर्गा आंतरिक शक्ति का विस्तार हैं और राधारानी आंतरिक शक्ति की सर्वोत्कृष्टता हैं। इस अर्थ में दुर्गा राधारानी का ही विस्तार हैं। ब्रह्मा रुद्र या शम्भू के पिता हैं, इसलिए ब्रह्मा ही सृष्टि के आदि सृजन हैं। आम तौर पर शम्भू कई राक्षसों के निर्माता हैं। इसलिए दानव अधिकतर भगवान शिव के उपासक होते हैं।
आशा है कि आप अच्छे हैं।
आपका सदैव शुभचिंतक,
ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी
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