HI/680716 -गुरुदास को लिखित पत्र, मॉन्ट्रियल
16 जुलाई, 1968
मेरे प्रिय गुरुदास,
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। मैं आपके पत्र (बिना तारीख के) के लिए आपको धन्यवाद देता हूँ, और आपके द्वारा भेजी गई फोटो एलबम देखकर मुझे बहुत खुशी हुई। लेकिन मुझे जुलूस के बारे में कोई समाचार पत्र की कतरन नहीं मिली है-न ही मुझे वे 2 स्लाइडें मिली हैं जिनका उल्लेख आपने अपने उत्तर में लिखे पत्र में किया है। (आपने 2 स्लाइडों का उल्लेख किया है, एक भगवान जगन्नाथ की और एक कार की) आप यह कहते हुए लिखते हैं कि 1 जुलाई, 1968 को सैन फ्रांसिस्को एग्जामिनर में एक लेख था, लेकिन मुझे अब तक कोई भी नहीं मिला है। कृपया जल्द से जल्द एक प्रति भेजने का प्रयास करें। लंदन-यात्रा के बारे में मेरी योजना के बारे में आपको उस पत्र से पता चल जाएगा जिसे मैं आज श्यामसुंदर को संबोधित कर रहा हूँ। मैं रथयात्रा उत्सव के आपके सफल प्रदर्शन से बहुत संतुष्ट हूँ और मैं हमारे सभी अन्य केंद्रों में इसी तरह के उत्सव देखने का इंतजार कर रहा हूँ, जिसमें संभावित लंदन केंद्र भी शामिल है। आशा है कि आप स्वस्थ होंगे,
आपके सदैव शुभचिंतक,
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
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