HI/680729 - गुरुदास को लिखित पत्र, मॉन्ट्रियल

गुरुदास को पत्र


त्रिदंडी गोस्वामी
एसी भक्तिवेदांत स्वामी
आचार्य: इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस

कैंप: इस्कॉन राधा कृष्ण मंदिर
3720 पार्क एवेन्यू
मॉन्ट्रियल, क्यूबेक, कनाडा

दिनांक .29 जुलाई,........................1968..


मेरे प्रिय गुरुदास,

कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। मैं 21 और 23 जुलाई के आपके दो पत्रों की प्राप्ति की सूचना देना चाहता हूँ, और मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई है कि कुछ नए भक्त, लड़के और लड़कियाँ, मंदिर आ रहे हैं, और मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि आप उनका सावधानी से ध्यान रखें। उस लड़के के बारे में क्या, पटेल? मैं उसके बारे में नहीं सुनता हूँ ।

लंदन-यात्रा के बारे में: पंद्रह का मतलब है आप और आपकी पत्नी को मिलाकर। गणना सैन फ्रांसिस्को से 3 जोड़े और यहाँ से 2 जोड़े की है। ये 5 जोड़े 10 सिर हैं। मैं 1 हूँ, इसलिए यह 11 है। और 2 या 3, अधिकतम 4, ब्रह्मचारी। इसलिए आपका नाम कभी नहीं छोड़ा गया था ; अगर आपको अपना नाम नहीं मिलता है, तो यह एक गलती है। इसलिए यह कोई वजह नहीं है आपको परेशान होने की। मुझे बहुत खुशी है कि आप लंदन की योजनाओं को अब "पूरी तरह से" आगे बढ़ा रहे हैं, और कृपया इसे करें, और जितना संभव हो उतना अच्छे से।

मुझे आपके द्वारा भेजी गयी अच्छी तस्वीरें और साथ ही, समाचार के कतरन बहुत पसंद आए। यह सब मेरे लिए बहुत उत्साहजनक है।

मुझे उम्मीद है कि आप और आपकी अच्छी पत्नी दोनों अच्छे हैं, और वहाँ सब ठीक चल रहा है।

आपके सदैव शुभचिंतक,

ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी