HI/680808 - ब्रह्मानंद को लिखित पत्र, मॉन्ट्रियल
08 अगस्त, 1968
मेरे प्रिय ब्रह्मानंद,
कृपया मेरा आशीर्वाद स्वीकार करें। आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि मुझे अब कनाडा में आव्रजन अनुमति और पहचान पत्र मिल गया है। इसलिए मुझे कभी भी अमेरिका जाने में कोई कठिनाई नहीं होगी। मैंने गर्गमुनि से कुछ भी नहीं सुना है, कि क्या वे पहले से ही वैंकूवर चले गए हैं। इस महीने के अंत तक हमें यह अपार्टमेंट खाली करना होगा, और मुझे नहीं पता कि मैं लंदन जा रहा हूँ या वैंकूवर।
उद्धव ने जर्मन पुस्तक ले ली है, और मुझे नहीं पता कि आप इसे वापस चाहते थे या नहीं। द्वारकिन से मृदंगों की खबर के बारे में क्या? मुझे लगता है कि कल से डाक का काम शुरू हो जाएगा, और अब आप न्यूयॉर्क के सभी समाचारों को डाक से भेज सकते हैं।
आशा है कि आप सभी अच्छे होंगे।
आपके सदा शुभचिंतक,
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
- HI/1968 - श्रील प्रभुपाद के पत्र
- HI/श्रील प्रभुपाद के सभी पत्र हिंदी में अनुवादित
- HI/1968 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र
- HI/1968-08 - श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र
- HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र जो लिखे गए - कनाडा से
- HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र जो लिखे गए - कनाडा, मॉन्ट्रियल से
- HI/श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र - कनाडा
- HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र - ब्रह्मानंद को
- HI/श्रील प्रभुपाद के प्रवचन,वार्तालाप एवं पत्र - कनाडा, मॉन्ट्रियल
- HI/1968 - श्रील प्रभुपाद के पत्र जिन्हें स्कैन की आवश्यकता है
- HI/सभी हिंदी पृष्ठ