HI/690115 - सुमति मोरारजी को लिखित पत्र, लॉस एंजिलस
जनवरी १५ , १९६९
मैडम सुमति मोरारजी बाईसाहेबा,
कृपया मेरा अभिवादन स्वीकार करें। मुझे उम्मीद है कि आपके साथ सब कुछ अच्छा हो रहा है। आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि इस वर्ष मेरी दो पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। वे इस प्रकार हैं
(१)न्यूयॉर्क और लंदन की मैकमिलन कंपनी द्वारा प्रकाशित भगवदगीता यथारूप
(२)अन्तर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ द्वारा प्रकाशित भगवान चैतन्य की शिक्षाएं
पहली पुस्तक स्टॉक में पहले से ही प्राप्त है, और दूसरी अगले महीने निकलने की उम्मीद है।
मुझे आपको सबसे अलग एयर मेल द्वारा भेजने वाला पहला किताब पेश करने में सबसे ज्यादा खुशी है, और मुझे यह सुनकर खुशी होगी कि आप इसे कैसे पसंद करते हैं।
प्रभु की सेवा में मैं आपका,
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
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