HI/690511c बातचीत - श्रील प्रभुपाद कोलंबस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
एलन गिन्सबर्ग: यदि एलएसडी एक भौतिक लगाव है, जो कि यह है, मुझे लगता है, तो क्या ध्वनि भी एक भौतिक लगाव नहीं है? ? प्रभुपाद: नहीं, शब्द आध्यात्मिक है। मूल रूप से जैसे बाइबल में है की 'निर्माण होता रहे’, यह ध्वनि, यह आध्यात्मिक ध्वनि। सृष्टि। सृष्टि नहीं था। ध्वनि ने सृष्टि का निर्माण किया। इसलिए, ध्वनि मूल रूप से आध्यात्मिक है, और ध्वनि के माध्यम से... ध्वनि-ध्वनि से, आकाश विकसित होता है; आकाश से, हवा का विकास; हवा से, अग्नि का विकास; अग्नि से, पानी का विकास; पानी से, भूमि विकसित होती है। एलन गिन्सबर्ग: ध्वनि निर्माण का पहला तत्व है? प्रभुपाद: हाँ, हाँ। एलन गिन्सबर्ग: पारंपरिक रूप से पहली ध्वनि क्या थी? प्रभुपाद: वेदा ॐ व्यक्त करता है। हाँ। इसलिए कम से कम आपकी बाइबिल से हम समझ सकते हैं, कि भगवान ने कहा, 'निर्माण हो'। तो यह ध्वनि है, और वो निर्माण है। ईश्वर और उसकी ध्वनि अभिन्न है, निरपेक्ष है। मैं कहता हूं ' मिस्टर गिंसबर्ग ', "यह ध्वनि और मैं, थोड़ा अंतर। लेकिन भगवान अपनी शक्ति से अभिन्न है। |
690511 - एलन गिन्सबर्ग से वार्तालाप - कोलंबस |