HI/700718 - वृन्दावन चंद्र को लिखित पत्र, लॉस एंजिलस
त्रिदंडी गोस्वामी
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
संस्थापक-आचार्य:
अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ
3764 वात्सका एवेन्यू
लॉस एंजेलिस, कैल. 90034
18 जुलाई, 1970
मेरे प्रिय वृंदावन चंद्र,
कृपया मेरे आशीर्वाद स्वीकार करो। मुझे तुम्हारा पत्र मिला जिसमें तुम सूचना देते हो कि तुम्हारी, मेरे द्वारा जप की गईं पहली, जपमाला खो गई है और साथ ही तुम एक और जपमाला पर जप करने के लिए अनुरोध भी कर रहे हो। मुझे उस पत्र के साथ में एक जपमाला भी प्राप्त हुई है। तुम एक समझदार युवक हो और अब तुम हमारी बाल्टिमोर शाखा के प्रधान की जिम्मेदार स्थिति में भी हो। तुम्हें और सतर्क रहना चाहिए। बहरहाल, मैंने माला पर जप कर दिया है और अब ये तुम्हें लौटाई जातीं हैं।
मैं आशा करता हूँ कि तुम और तुम्हारी धर्मपत्नि बाल्टिमोर में अच्छे से हो। मुझे पूर्व तटीय केन्द्रों से बहुत अच्छे ब्यौरे प्राप्त हो रहे हैं। कृपया वहां पर सभी युवक युवतियों को मेरे आशीर्वाद देना।
आशा करता हूँ कि यह तुम्हें अच्छे स्वास्थ्य में प्राप्त हो,
सर्वदा तुम्हारा शुभाकांक्षी,
(हस्ताक्षर)
ए.सी.भक्तिवेदान्त स्वामी
एसीबीएस:डी बी
श्रीमन् वृन्दावन कँद्र दास अधिकारी
इस्कॉन मंदिर
1300 मोर्थ कॉलवर्ट
बॉल्टिमोर, एमडी
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