HI/700802 - अच्युतानंद एवं जयपताका को लिखित पत्र, लॉस एंजिलस
त्रिदंडी गोस्वामी
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
3764 वात्सका एवेन्यू
लॉस एंजेलिस, कैल. 90034
2 अगस्त, 1970
मेरे प्रिय अच्युतानन्द और जयपताका,
कृपया मेरे आशीर्वाद स्वीकार करो। मुझे तुम्हारा निम्नलिखित तार प्राप्त हुआ हैः
“कृष्णाज़ ने नौ कमरों का मकान मुफ्त दिया चार अगस्त से”
मुझे आशा है कि जब तक यह पत्र तुम्हारे पास पंहुचेगा, हो सकता है कि तुम मकान में जा चुके होगे। तो मुझे इस पत्र का उत्तर लंदन के पते पर 7 बरी प्लेस, लंदन, डब्ल्यू.सी.1. पर देना। मैं वहां एक महीने का पूर्ण विश्राम करने के लिए जा रहा हूँ। तो मकान हासिल करने के बारे में तुम्हारे आगे के उत्तर की प्राप्ति पर मैं, तुम्हारे द्वारा वांछित, तुम्हें कम-से-कम 10 ब्रह्मचारी तुरन्त ही भेज दूंगा।
लेकिन मुझे तुमसे मायापुर में भूमि के बारे में कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। यह भी आवश्यक है।
आशा है कि यह तुम्हें अच्छे स्वास्थ्य में प्राप्त हो।
सर्वदा तुम्हारा शुभाकांक्षी,
(हस्ताक्षरित)
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
एसीबीएस:डी एस
श्रीमन् अच्युतानंद ब्रह्मविहार और
श्रीमन जय पताका ब्रह्मचारी
c / o दिनहीनजन
37/1 हिंदुस्तान रोड
बल्लीगंज कलकत्ता
इंडिया
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