HI/710130 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद इलाहाबाद में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"आप परम ब्रह्म हैं। हम में से हर एक, कृष्ण का अवयवभूत अंश होने के नाते, हम ब्रह्म हैं। यह अच्छा है। लेकिन हम परम ब्रह्म नहीं हैं। परम ब्रह्मा कृष्ण हैं। हम में से हर एक इश्वर है। इश्वर का अर्थ है नियंत्रक। जैसे आप में से कुछ आज रात यहां आ रहे हैं, मजिस्ट्रेट, न्यायाधीश, आप नियंत्रक हैं; लेकिन आप सर्वोच्च नियंत्रक नहीं हैं। इस तरह से यह पता लगाते रहिये कि सर्वोच्च नियंत्रक कौन है। सर्वोच्च नियंत्रक का अर्थ है जो दूसरों के आदेश का पालन करने के लिए बद्ध नहीं है। वह सर्वोच्च नियंत्रक है। अन्यथा, हर कोई नियंत्रक हो सकता है, लेकिन उसे किसी वरिष्ठ के आदेश का पालन करना होगा।”
710130 - प्रवचन - इलाहाबाद