HI/730908b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद स्टॉकहोम में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"तो तुम सभी सौभग्यशाली हो, या तुम इतने उदार हो, कि इन सभी बाधाओं के रहते भी तुम इस आंदोलन में शामिल हुए हो। यहीं पर नहीं, सारे संसार भर में। इसलिए निराश मत होओ। इस कृष्ण भावना के ज्ञान का प्रचार करते जाओ।" |
730908 - प्रवचन SB 05.05.01 - स्टॉकहोम |