HI/740323 - भक्त दास को लिखित पत्र, बॉम्बे
त्रिदंडी गोस्वामी
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
संस्थापक-आचार्य:
अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ
केन्द्र: हरे कृष्ण लैंड,
गांधी ग्राम रोड,
जुहू, बॉम्बे 54
23 मार्च, 1974
प्रिय भक्त दास,
कृपया मेरे आशीर्वाद स्वीकार करो। मुझे तुमसे एक भक्त, संतिपनी देवी दासी, का नाम प्राप्त हुआ है, जिसे तुमने द्वितीय दीक्षा के लिए सुझाया है। मैं एक गायत्री मंत्र संलग्न कर रहा हूँ। उसे मेरे द्वारा उच्चारित गायत्री मंत्र, दाएं कान में सुनाओ। मैंने तुम्हें पहले ही सावधान किया हुआ है कि द्वितीय दीक्षा तभी दी जानी चाहिए जब तुम्हें पूरा विश्वास हो कि भक्त वास्तव में हमारे सारे नियमों का पालन कर रहा है। तो अब इसे कृष्णभावनामृत के अनुशासनिक नियमों के पालन की गंभीरता के बारे में और समझाओ। वहां के सब भक्त तुम्हारी ज़िम्मेदारी पर हैं, इसलिए तुम्हारे उदाहरण से ही वे, सर्वोत्तम रूप से, उत्साहपूर्ण प्रगति करने के लिए प्रोत्साहित होंगे।
सर्वदा तुम्हारा शुभाकांक्षी,
(हस्ताक्षरित)
ए.सी.भक्तिवेदान्त स्वामी
एसीबीएस/एसडीजी
इस्कॉन सैन डिएगो
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