HI/750821 बातचीत - श्रील प्रभुपाद बॉम्बे में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"तो एक युग का अर्थ तैंतालीस लाख वर्ष है, और इसे एक हजार से गुणा करें। यह ब्रह्मा की एक दिन की अवधि है। अब, एक दिन में सात मनु हैं। तो विवस्वान मनु की आयु की गणना की जा सकती है-कम से कम चालीस लाख वर्षों पहले। तो भगवद गीता कोई नई बात नहीं है। यह पांच हजार साल पहले अर्जुन को बोली गई थी। वह पहली बार नहीं बोला गया था। वह कहते हैं, "मैंने पहली बार विवस्वान, सूर्य-देवता बताई थी।"
750814 - प्रवचन श्री. भा. ०६.०१.५६-५७ - बॉम्बे