HI/760108c सुबह की सैर - श्रील प्रभुपाद नेल्लोर में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"आप जो भी मनमाने ढंग से कानून बनाते हैं, वह कानून है। वास्तव में वे लड़ नहीं रहे हैं। हिंदू कानून का मतलब है मनु-संहिता। तो कौन उन पर दबाव डाल रहा है कि "हमें इसके अलावा किसी और कानून की आवश्यकता नहीं है"? और वह हिंदू, मजबूत हिंदू कहाँ है? हिंदू का मतलब है मनु-संहिता। (विराम). . .मानवे प्राहुर (भ. गी. ४.१) यह मनु। मूल निर्देश मनु से आ रहा है। (विराम) . . . शब्द मनु, से शब्द मानव आया है। जैसे उन्होंने मानव-धर्म शुरू किया है। मानव-धर्म का मतलब मनु है। यह वह नहीं जानता। मनु से मानव आया है, जैसे साधु से सधवा आया है। वे व्याकरण भी नहीं जानते। (हँसी) ये नेता, वे व्याकरण भी नहीं जानते"
760108 - सुबह की सैर - नेल्लोर