HI/760325d - श्रील प्रभुपाद दिल्ली में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"यह चल रहा है। बड़े-बड़े विद्वान, बड़े-बड़े बंदर, वे प्रतिदिन तीन सौ बार भगवद-गीता पढ़ रहे हैं, लेकिन यह नहीं जानते कि कानून क्या है। यह चल रहा है। बंगाली में एक कहावत है: "बड़ा, बड़ा बंदर, बड़ा, बड़ा पेट, सीलोन कूदना, उदासी।" आप बंदर को जानते हैं, बड़ा बंदर, हनुमानजी। वह कूद गया। तो किसी दूसरे बंदर से पूछिए, "क्या तुम कूद सकते हो?" उदासी। (हँसी) इसी तरह, भगवद-गीता के बड़े-बड़े विद्वान और यह नहीं जानते कि भगवान का कानून क्या है। यह चल रहा है। बड़ी-बड़ी व्याख्या, बड़ी-बड़ी किताब, लेकिन कानून वह नहीं जानता।"
760325 - बातचीत - दिल्ली