HI/760613b - श्रील प्रभुपाद डेट्रॉइट में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"यह कृष्ण भावनामृत आन्दोलन बहुत बुद्धिमान, उच्च कोटि के, भाग्यशाली व्यक्तियों के लिए है, क्योंकि वे मानव समाज के भाग्य का मार्गदर्शन करने जा रहे हैं। नाना-शास्त्र-विचारणैक-निपुणौ सद्धर्म-संस्थापकौ लोकानां हित-कारिणौ। उनका एकमात्र प्रयास है कि लोग कैसे सुखी रहें। यही उनका वास्तविक उद्देश्य है। इसलिए चैतन्य महाप्रभु ने कहा कि "इस उद्देश्य को लेकर गाँव-गाँव, शहर-शहर जाओ और मेरे उद्देश्य का प्रचार करो।" |
760613 - प्रवचन श्री. भा. ०६.०१.४७ - डेट्रॉइट |