HI/770418 - श्रील प्रभुपाद बॉम्बे में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"भागवत से आपको स्वयं श्री कृष्ण प्राप्त होता है। अतः सबको भागवत और भगवद-गीता का पाठ करना चाहिए। हम यही परम्परा से सबको जोड़ रहे है। यदि वो भविष्य में इसका पालन करे तो उनका भी उद्धार निश्चित है। सबको इसी चीज़ की आवश्यकता है इसलिए हमने योजना बनाई है की हमारे जाने के बाद भी यह परम्परा रह जाये। फिर जो भी इसका स्वीकार करेगा वह कृष्ण भावना भावित बन जायेगा।" |
770418 - बातचीत B - बॉम्बे |