HI/690506b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद बॉस्टन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
No edit summary
 
(One intermediate revision by one other user not shown)
Line 2: Line 2:
[[Category:HI/अमृत वाणी - १९६९]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - १९६९]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - बॉस्टन]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - बॉस्टन]]
{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/690506WE-BOSTON_ND_02.mp3</mp3player>|"तो लड़कियों की देखभाल करना एक बड़ी जिम्मेदारी है। वैदिक सिद्धांत, मनु-संहिता के अनुसार, महिला को कोई स्वतंत्रता नहीं है। उसे किसी के संरक्षण में रखना चाहिए। कम उम्र में पिता के संरक्षण में; युवा अवस्था में पति के, एक अच्छे पति को ख्याल रखना पड़ता है; और जब वह बूढी होती है, तो बड़े बेटे को देखभाल करनी पड़ती है। लेकिन महिला को कभी भी स्वतंत्र नहीं रहने दिया जाता है। यह जीवन का वैदिक सिद्धांत है। दरअसल, महिला कमज़ोर वर्ग है, उन्हें अच्छे पिता, अच्छे पति और अच्छे बच्चे द्वारा सुरक्षा की आवश्यकता होती है।"|Vanisource:690506 - Lecture Wedding - Boston|690506 - प्रवचन शादी - बॉस्टन}}
<!-- BEGIN NAVIGATION BAR -- DO NOT EDIT OR REMOVE -->
{{Nectar Drops navigation - All Languages|Hindi|HI/690506 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद बॉस्टन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|690506|HI/690507 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद बोस्टन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|690507}}
<!-- END NAVIGATION BAR -->
{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/690506WE-BOSTON_ND_02.mp3</mp3player>|"स्त्रियों की देखभाल करना एक बड़ी जिम्मेदारी है। वैदिक सिद्धांत, मनु-संहिता के अनुसार, महिला को कोई स्वतंत्रता नहीं है। उसे किसी के संरक्षण में रखना चाहिए। कम उम्र में पिता के संरक्षण में; युवा अवस्था में पति के, एक अच्छे पति को ख्याल रखना पड़ता है; और जब वह बूढी होती है, तो बड़े बेटे को देखभाल करनी पड़ती है। परंतु महिला को कभी भी स्वतंत्र नहीं रहने दिया जाता है। यह जीवन का वैदिक सिद्धांत है। दरअसल, महिला कमज़ोर वर्ग है, उन्हें अच्छे पिता, अच्छे पति और अच्छे बच्चे द्वारा सुरक्षा की आवश्यकता होती है।"|Vanisource:690506 - Lecture Wedding - Boston|690506 - प्रवचन शादी - बॉस्टन}}

Latest revision as of 10:08, 5 October 2022

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"स्त्रियों की देखभाल करना एक बड़ी जिम्मेदारी है। वैदिक सिद्धांत, मनु-संहिता के अनुसार, महिला को कोई स्वतंत्रता नहीं है। उसे किसी के संरक्षण में रखना चाहिए। कम उम्र में पिता के संरक्षण में; युवा अवस्था में पति के, एक अच्छे पति को ख्याल रखना पड़ता है; और जब वह बूढी होती है, तो बड़े बेटे को देखभाल करनी पड़ती है। परंतु महिला को कभी भी स्वतंत्र नहीं रहने दिया जाता है। यह जीवन का वैदिक सिद्धांत है। दरअसल, महिला कमज़ोर वर्ग है, उन्हें अच्छे पिता, अच्छे पति और अच्छे बच्चे द्वारा सुरक्षा की आवश्यकता होती है।"
690506 - प्रवचन शादी - बॉस्टन