HI/661120 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यूयार्क में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
No edit summary
 
Line 2: Line 2:
[[Category:HI/अमृत वाणी - १९६६]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - १९६६]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - न्यूयार्क]]
[[Category:HI/अमृत वाणी - न्यूयार्क]]
{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/661120BG-NEW_YORK_ND_01.mp3</mp3player>|"यह भौतिक जगत्, बद्ध जीवों के लिए है। एकदम बंदीग्रह की तरह है। यह बंदीगृह क्या होता है? बंदीगृह राज्य का वह क्षेत्र है जो कि चारों ओर से दीवारों से सुरक्षित है ताकि बंदी उसके बाहर न जा सके। उसे बंदीगृह कहते हैं। लेकिन यह राज्य के, शहर के भीतर तुच्छ से भाग में है। उसी प्रकार यह भौतिक जगत्, अध्यात्मिक जगत् की केवल तुच्छ सी ही अभिव्यक्ति है और यह ढकी हुई है, ताकि हम अध्यात्मिक जगत में न जा सकें। जो कि संभव नहीं है।"|Vanisource:661120 - Lecture BG 08.22-27 - New York|661120 - Lecture BG 08.22-27 - New York}}
<!-- BEGIN NAVIGATION BAR -- DO NOT EDIT OR REMOVE -->
{{Nectar Drops navigation - All Languages|Hindi|HI/661119 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यूयार्क में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|661119|HI/661121 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यूयार्क में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|661121}}
<!-- END NAVIGATION BAR -->
{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/661120BG-NEW_YORK_ND_01.mp3</mp3player>| "यह भौतिक संसार बद्ध जीवों के लिए है। बंदीगृह के समान है। यह बंदीगृह क्या होता है? बंदीगृह राज्य का वह क्षेत्र है, जो चारों ओर से दीवारों से सुरक्षित है ताकि बंदी उसके बाहर न जा सके। उसे बंदीगृह कहते हैं। किन्तु यह राज्य के, शहर के अंदर एक छोटा सा विभाग है। उसी प्रकार, यह भौतिक जगत्, अध्यात्मिक जगत् का केवल एक तुच्छ मात्र अंश हैऔर यह आवृत है, ताकि हम अध्यात्मिक जगत में न जा सकें। यह संभव नहीं है।"|Vanisource:661120 - Lecture BG 08.22-27 - New York|661120 - प्रवचन भ.गी. ८.२२-२७ - न्यूयार्क}}

Latest revision as of 05:22, 30 July 2020

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"यह भौतिक संसार बद्ध जीवों के लिए है। बंदीगृह के समान है। यह बंदीगृह क्या होता है? बंदीगृह राज्य का वह क्षेत्र है, जो चारों ओर से दीवारों से सुरक्षित है ताकि बंदी उसके बाहर न जा सके। उसे बंदीगृह कहते हैं। किन्तु यह राज्य के, शहर के अंदर एक छोटा सा विभाग है। उसी प्रकार, यह भौतिक जगत्, अध्यात्मिक जगत् का केवल एक तुच्छ मात्र अंश है, और यह आवृत है, ताकि हम अध्यात्मिक जगत में न जा सकें। यह संभव नहीं है।"
661120 - प्रवचन भ.गी. ८.२२-२७ - न्यूयार्क