HI/661120 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यूयार्क में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions
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Latest revision as of 05:22, 30 July 2020
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"यह भौतिक संसार बद्ध जीवों के लिए है। बंदीगृह के समान है। यह बंदीगृह क्या होता है? बंदीगृह राज्य का वह क्षेत्र है, जो चारों ओर से दीवारों से सुरक्षित है ताकि बंदी उसके बाहर न जा सके। उसे बंदीगृह कहते हैं। किन्तु यह राज्य के, शहर के अंदर एक छोटा सा विभाग है। उसी प्रकार, यह भौतिक जगत्, अध्यात्मिक जगत् का केवल एक तुच्छ मात्र अंश है, और यह आवृत है, ताकि हम अध्यात्मिक जगत में न जा सकें। यह संभव नहीं है।" |
661120 - प्रवचन भ.गी. ८.२२-२७ - न्यूयार्क |