HI/670121 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद सैन फ्रांसिस्को में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

Revision as of 05:04, 19 April 2022 by Meghna (talk | contribs)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"हरेर नाम हरेर नाम हरेर नाम एव केवलम (चै.च. आदि १७.२१) । "इस युग में हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण, हरे हरे / हरे राम, हरे राम, राम राम, हरे हरे का जप करने के अतिरिक्त आत्म-साक्षात्कार का अन्य कोई विकल्प नहीं है," हरेर नाम, भगवान का नाम पवित्र है। अतः वर्तमान समय के पतित युग को देखते हुए, भगवान इतने दयालु और करुणामयी हैं, कि वे स्वयं को ध्वनि, ध्वनि कंपन के रूप में प्रस्तुत करते हैं, जिसे हर कोई अपनी जिह्वा से बोल सकता है और सुन सकता हैं, और भगवान वहाँ उपस्थित हैं।"
670121 - प्रवचन चै.च. मध्य २५.२९ - सैन फ्रांसिस्को