HI/680701 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद मॉन्ट्रियल में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

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HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
तथाकथित शिक्षित व्यक्ति, वे अपने विश्वविद्यालय की डिग्री पर बहुत गर्व करते हैं, लेकिन यदि आप उनमें से कुछ से पूछते हैं, 'आप क्या हो ? इस दुनिया में आप कहां से आए हैं, और आप आगे कहां जा रहे हैं?" ओह, वे कहेंगे, 'यह क्या बकवास है? मैं... मुझे नहीं पता कि मैं कहां से आया हूं, मैं कहां जा रहा हूँ । मुझे इसकी कोई चिंता नहीं है । मैं वर्तमान जीवन से चिंतित हूँ । लेकिन वास्तव में, हम यह वर्तमान जीवन नहीं हैं । यह हमारी यात्रा में केवल एक स्थान है ।
680701 - प्रवचन श्री.भा. ७.९.८ - मॉन्ट्रियल