HI/701213b बातचीत - श्रील प्रभुपाद इंदौर में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions
(Created page with "Category:HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी Category:HI/अमृत वाणी - १९७० Category:HI/अ...") |
No edit summary |
||
Line 2: | Line 2: | ||
[[Category:HI/अमृत वाणी - १९७०]] | [[Category:HI/अमृत वाणी - १९७०]] | ||
[[Category:HI/अमृत वाणी - इंदौर]] | [[Category:HI/अमृत वाणी - इंदौर]] | ||
{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/701213R2-INDORE_ND_02.mp3</mp3player>|"मनुष्याणां सहस्रेषु कश्चिद्यतति सिद्धये।( | <!-- BEGIN NAVIGATION BAR -- DO NOT EDIT OR REMOVE --> | ||
{{Nectar Drops navigation - All Languages|Hindi|HI/701213 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद इंदौर में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|701213|HI/701214 बातचीत - श्रील प्रभुपाद इंदौर में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|701214}} | |||
<!-- END NAVIGATION BAR --> | |||
{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/701213R2-INDORE_ND_02.mp3</mp3player>|"मनुष्याणां सहस्रेषु कश्चिद्यतति सिद्धये।(भ.गी ७.३).आध्यात्मिक ज्ञान विकसित करने का अर्थ है जीवन की पूर्णता। परंतु लोग इसके लिए प्रयास नहीं करते है। इसलिए गीता कहती है, मनुष्याणां सहस्रेषु:"हज़ारों पुरुषों में,कोई एक आध्यात्मिक उन्नति के लिए ज्ञान प्राप्त करने का प्रयास कर सकता है।" और यततामपि सिद्धानां (भ.गी ७.३):'ऐसे कई व्यक्तियों में से जो आध्यात्मिक ज्ञान को प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं, शायद ही कोई यह समझ सके कि कृष्ण कौन हैं।"|Vanisource:701213 - Conversation B - Indore|701213 - बातचीत B - इंदौर}} |
Revision as of 01:45, 30 September 2021
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"मनुष्याणां सहस्रेषु कश्चिद्यतति सिद्धये।(भ.गी ७.३).आध्यात्मिक ज्ञान विकसित करने का अर्थ है जीवन की पूर्णता। परंतु लोग इसके लिए प्रयास नहीं करते है। इसलिए गीता कहती है, मनुष्याणां सहस्रेषु:"हज़ारों पुरुषों में,कोई एक आध्यात्मिक उन्नति के लिए ज्ञान प्राप्त करने का प्रयास कर सकता है।" और यततामपि सिद्धानां (भ.गी ७.३):'ऐसे कई व्यक्तियों में से जो आध्यात्मिक ज्ञान को प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं, शायद ही कोई यह समझ सके कि कृष्ण कौन हैं।" |
701213 - बातचीत B - इंदौर |