HI/701214 बातचीत - श्रील प्रभुपाद इंदौर में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"अगर कोई ऐसी दवा देता है कि कोई खुद को अमर बना सकता है, तो यह दूसरी बात है। कोई भी अमर नहीं होने वाला है। उसे मौत से क्यों डरना चाहिए? मौत हो जाएगी। मृत्यु निश्चित है। आज कल या सौ साल बाद। इसलिए अगर एक क्षण का उपयोग कृष्ण भावनामृत चेतना के लिए किया जाए, जो जीवन को सफल बनाता है। मैं सौ साल तक क्यों जीऊंगा, अपना समय बर्बाद करूं? एक पल जीने के लिए पर्याप्त है।" |
701214 - बातचीत (अ) - इंदौर |