HI/710201 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद इलाहाबाद में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

Revision as of 23:13, 12 July 2020 by Vanibot (talk | contribs) (Vanibot #0025: NectarDropsConnector - add new navigation bars (prev/next))
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"यदि आप भगवान के नाम में से किसी एक नाम का जप करते हैं, तो यह समझना होगा, भगवान, पूर्ण सत्य होने के नाते, भगवान और उनके नाम के बीच कोई अंतर नहीं है। इसलिए हरे कृष्ण मंत्र का जाप करने से, आप सीधे खुद को कृष्ण से जोड़ते हैं, और फिर आप शुद्ध हो जाते हैं। चेतो दर्पण मार्जनम भवा महा दावाग्नि निर्वापणं (चै.च. अन्त्य २०.१२ शिक्षाष्टक १)। बेशक, इस महा-मंत्र के बारे में समझाने के लिए एक लंबी प्रस्‍तावना है, लेकिन मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप मान लें कि इन लड़कों और लड़कियों को, केवल जप के द्वारा, वे कैसे शुद्ध हो रहे हैं, कैसे वे पारलौकिक परमानंद में नाच रहे हैं, जिसे आप देख सकते हैं, और अपने जीवन में प्रयोग करने की कोशिश कर सकते हैं-आप आनंद में रहेंगे।"
710201 - प्रवचन - इलाहाबाद