HI/Prabhupada 1040 - मानव जीवन का हमारा मिशन दुनिया भर में असफल हो रहा है

Revision as of 14:47, 20 June 2015 by Rishab (talk | contribs) (Created page with "<!-- BEGIN CATEGORY LIST --> Category:1080 Hindi Pages with Videos Category:Hindi Pages - 207 Live Videos Category:Prabhupada 1040 - in all Languages Category:HI...")
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)


Invalid source, must be from amazon or causelessmery.com

751001 - Arrival Reception - Mauritius

भारतीय अधिकारी: ... हम बहुत प्रसन्न हैं अापको हमारे बीच में पाकर । और हम इस मॉरीशस द्वीप के लोगों की ओर से आप का स्वागत करते हैं, और उम्मीद करते हैं कि आप यहां पर अापके छोटे से प्रवास का आनंद लेंगे । और स्वामीजी अाप कब तक यहाँ पर रहेंगे ?

प्रभुपाद: कार्यक्रम एक सप्ताह का है ।

भारतीय अधिकारी: एक सप्ताह । क्या आपका कोई विशेष कार्यक्रम है ? आप प्रचार के लिए जा रहे हैं या ...

प्रभुपाद: मुझे पता नहीं है कि उन्होंने क्या व्यवस्था की है, लेकिन मेरे सचिव कहता है कि यह एक सप्ताह के लिए होगा ।

भारतीय अधिकारी: क्या अापको यहाँ आने से पहले मॉरीशस के बारे में कोई जानकारी थी ? आपको कुछ पता था ...

प्रभुपाद: (हंसते हुए) मेरे विचार है कृष्ण भावनामृत का प्रचार करना । क्योंकि इस ज्ञान के अभाव के कारण, मानव जीवन का हमारा मिशन दुनिया भर में असफल हो रहा है । इसलिए, मैं दुनिया भर में इस कृष्ण भावनामृत को शुरू करने की कोशिश कर रहा हूँ, जाति, धर्म, रंग के किसी भी भेदभाव के बिना । भगवान हर किसी के लिए हैं, और हम भगवान के साथ हमारे रिश्ते को भूल गए हैं । इसलिए, आप कई मायनों में पीड़ित हैं । और उनकी शिक्षा भगवद गीता में है । अगर हम अनुसरण करें, तो हम सुखी हो जाते हैं; हमारे जीवन सफल हो जाता है । यह हमारा मिशन है ।

भारतीय अधिकारी: ठीक है, संक्षेप में आपने अपनी यात्रा के उद्देश्य के बारे में बताया है ।

प्रभुपाद: हाँ ।

भारतीय अधिकारी: और जैसा कि आप जानते हैं, जाहिर है, हम ... अब हम जानते हैं कि यह एक विश्वव्यापी आंदोलन है, और हमें प्रसन्नता है कि यह अाखिर कार मॉरिशस तक पहुँच गया है । और हमें अाशा है कि इस आंदोलन की गुंजाइश होगी, और अापके आशीर्वाद के साथ ।

प्रभुपाद: अगर आप कृपया मुझे मौका देते हैं, तो मैं आप को समझा जा सकता हूं, कि कितना महत्वपूर्ण है यह आंदोलन और कैसे हर किसी को इसे ग्रहण करना चाहिए । हालांकि यह बहुत आसान है, लेकिन लोग प्रशिक्षित नहीं हैं । तो हम मिलकर कोशिश करते हैं । लोग इसे अपनाऍ और सुखी हो जाऍ ।

भारतीय अधिकारी: तो, बहुत धन्यवाद स्वामीजी, और हम अाशा करते हैं कि अापका प्रवास लाभदायक हो । दुनिया भर में अापकी लंबी और कठिन मेहनत के बाद । हमें अाशा है कि अाप ...

प्रभुपाद: मैं इस जगह के अग्रणी पुरुषों को देखना चाहते हूं ।

भारतीय अधिकारी: हाँ । अवश्य ।

प्रभुपाद: क्योंकि अगर वे इस आंदोलन के महत्व को समझते हैं, तो मेरा मिशन सफल हो जाएगा ।

भारतीय अधिकारी: हमें मिलने का अवसर मिलेगा ।

प्रभुपाद: हाँ । यद यद अाचरति श्रेष्ठ: तत तद एवतरो जन: (भ गी ३।२१) । भगवद गीता में यह कहा गया है: नेता, वे जो कुछ भी करता हैं, साधारण, आम आदमी अनुसरण करता है

भारतीय अधिकारी: अनुसरण (अस्पष्ट) । यह ठीक है, हॉ ।

प्रभुपाद: तो मॉरीशस के अग्रणी पुरुष, अगर वे इस आंदोलन के महत्व को समझते हैं, तो मुझे विश्वास है कि हर किसी के लि लाभदायक होगा ।

भारतीय अधिकारी: सभी के लिए । हाँ । तो आपका बहुत बहुत धन्यवाद, स्वामीजी, मॉरीशस के लोगों और हमारे सभी दोस्तों की ओर से, और एनबीसी टीवी की अोर से जो बहुत दयावान रहे हैं । यहाँ अध्यक्ष हैं । और हम आपके बहुत आभारी हैं ।

प्रभुपाद: धन्यवाद ।