HI/690429b बातचीत - श्रील प्रभुपाद बोस्टन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

Nectar Drops from Srila Prabhupada
हम ऐसा नहीं कह सकते हैं, जैसे कुछ होटलों में भी किया जाता है, 'निम्न व्यक्तियों को भर्ती नहीं किया जा सकता'। नहीं, हम ऐसा नहीं कर सकते हैं। हम सभी को स्वीकार करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि जीवन के निम्नतम स्तर से लोगों को जीवन की उच्चतम अवस्था में ऊपर उठाना। तो हर कोई निम्न स्तर पर है। प्रभु यीशु मसीह ने भी यह कहा था कि 'आप पापी से नहीं, अपितु पाप से घृणा करे'। क्या प्रभु यीशु मसीह ने ऐसा नहीं कहा था? तो, हिप्पी पापी हो सकते हैं। हम उन्हें धार्मिक जीवन के लिए ऊपर उठाते हैं। हम कहते हैं, 'ऐसा मत करो। यह पाप न करो। नशा मत करो। अन्य पापपूर्ण गतिविधियां ना करो।' हम पाप से घृणा करते हैं, न कि पापियों से। यदि हम पापियों से नफरत करेंगे, तो प्रचार की संभावना कहां है?
690429 - बातचीत - बोस्टन