HI/750108 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद बॉम्बे में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
तो हम नहीं जानते कि जीवन का उद्देश्य क्या है । तो कृष्ण बहुत दयालु हैं । वह इसलिए आते हैं । वे इस कलियुग की शुरुआत से ठीक पहले आए, जो सबसे अधम युग है, और हमारे लिए भगवद् गीता छोड़ गए । और फिर, उनके बाद, उनके अपने स्वधाम जाने के बाद... श्रीमद-भागवतम् में कहा गया है, 'कृष्ण के इस ग्रह से अपने धाम के लिए प्रस्थान के बाद, धर्म और ज्ञान का सिद्धांत, कहाँ इन्हें रखा गया ?' इसका उत्तर है, 'इसे श्रीमद-भागवतम् में रखा गया । |
750108 - प्रवचन श्री.भा. ३.२६.३१ - बॉम्बे |