HI/750117 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद बॉम्बे में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"कुम्हार का पहिया मिट्टी के बर्तनों का उत्पादन कर रहा है। तो कारण क्या है? कोई कहेगा कि "गंदगी, पृथ्वी, इस बर्तन का कारण है क्योंकि यह पृथ्वी से बना है।" दूसरा कहेगा, "नहीं, इसका कारण पहिया है। चूँकि पहिया इधर-उधर हो रहा है, इसलिए वह बाहर निकल रहा है।" लेकिन ये दो कारण, प्रकृति और प्रधान, अवयव और साधन, ये कारण नहीं हैं। इसका कारण कुम्हार है।" |
750117 - प्रवचन श्री.भा. ०३.२६.४२ - बॉम्बे |