HI/760212 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद मायापुर में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"घर वापस जाना, देवभूमि वापस जाना इतना आसान है। यह बहुत मुश्किल कार्य नहीं है। अगर आप कुछ नहीं कर सकते हैं-अगर आप किताबें नहीं पढ़ सकते हैं, अगर आप तत्त्वज्ञान नहीं समझ सकते हैं, अगर आपका व्यवहार स्तर पर नहीं है-फिर भी, यदि आप भगवान के सामने केवल दण्डवत प्रणाम करते हैं, तो आप प्रगति करते हैं। आप प्रगति करते हैं, निस्संदेह।" |
760212 - प्रवचन श्री.भा. ०७.०९.०५ - मायापुर |