HI/Prabhupada 0868 - हम जीवन के इस भयानक स्थिति से बच रहे हैं। तुम खुशी से बच रहे हो: Difference between revisions

 
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प्रभुपाद: हम निर्माण नहीं करने वाले हैं । क्या यह बचना हुअा, या यह बुद्धिमत्ता हुई, कि "तुम कड़ी मेहनत करो अौर मुझे दो। हम आनंद लेंगे ? यह बुद्धिमत्ता है; भागना नहीं है। यही चल रहा है। पूंजीपतियों, वे इन धुर्तों, गधों को कारखाने में लगा रहे हैं, और वे जीवन का आनंद ले रहे हैं । यही बुद्धीमत्ता है । यह भागना नहीं है। तुम्हे हरिण और सियार की कहानी पता है? (हँसते हुए) सियार कुँए के पानी में गिर गया। तो वह नहीं था ..., बाहर आने में असमर्थ। तो एक हरिण वहाँ आया था। "यह क्या है ...?" "ओह, यह बहुत अच्छा है। मैं नाच रहा हूँ। देखो ? यह बहुत अच्छा है।" तो वह भी नीचे गिर गया। और जैसे ही वह नीचे गिर गया, वह उसके सिर पर पैर रख कर बाहर अा गया। तो यह बुद्धिमत्ता है कि " इस धुर्त को कड़ी मेहनत करने दो और हमारे लिए एक अच्छा पार्क बनाअो, और हम इस का लाभ लेंगे।" यह बुद्धिमत्ता है । और यह अगागर वृत्ति कहा जाता है। अगागर वृत्ति । अगागर का मतलब है ... बड़ा सांप अजगर कहा जाता है। तो यह चूहा, वे छेद बनाते हैं और वहाँ रहना चाहते हैं। और वे आराम से रह रहे हैं। इस बीच, अजगर आता है। वह चूहे को खा जाता है और आराम से रहता है। तो हमारी अगागर वृत्ति है । तुम घर बनाने के लिए काम करो आराम से रहने के लिए । लेकिन हम घर का कब्जा करते हैं और आराम से रहते हैं। (तोड़) लॉस एंजिल्स, दुकानदार, वे हमारे आदमियों से पूछते हैं कि "तुम काम नहीं करते हो तुम इतने आराम से रहते हो । और इतनी मेहनत से काम करते हुए, हम आराम से नहीं रह सकते। " और जैसे ही हम कहते हैं कि "तुम भी आअो और शामिल हो जाअो," वे नहीं करेंगे । "नहीं, हम इस तरह से काम करेंगे ।" हम सबसे कर रहे हैं ", इधर आओ," लेकिन वे नहीं अाऍगे । और वह है, वे ईर्ष्यालू हैं। इसलिए वे कहते हैैं कि वे भाग रहे हैं "वे दूसरों की मेहनत पर इतने आराम से रह रहे हैं।" यही उनकी ईर्ष्या है। वे देखते हैं, " कई कारें हैं, उनके चेहरे उज्ज्वल हैं, वे अच्छी तरह से खा रहे हैं, और कोई समस्या नहीं है। "तो वे जलते हैं।


हरेकेश: अगर वे जानते कि कैसे करना है तो वे तुरंत करते ।  
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प्रभुपाद: हम निर्माण नहीं करने वाले हैं । क्या यह बचना हुअा, या यह बुद्धिमत्ता हुई, की "तुम कड़ी मेहनत करो अौर मुझे दो । हम आनंद लेंगे ? यह बुद्धिमत्ता है; भागना नहीं है । यही चल रहा है । पूंजीपति, वे इन धूर्त, गधों को कारखाने में लगा रहे हैं, और वे जीवन का आनंद ले रहे हैं । यही बुद्धीमत्ता है । यह भागना नहीं है ।
 
तुम्हे हिरन और सियार की कहानी पता है ? (हँसते हुए) सियार कुँए के पानी में गिर गया । तो वह नहीं था..., बाहर आने में असमर्थ था । तो एक हिरन वहाँ आया । "यह क्या है...?" "ओह, यह बहुत अच्छा है । मैं नाच रहा हूँ । देखो ? यह बहुत अच्छा है ।" तो वह भी नीचे गिर गया । और जैसे ही वह नीचे गिर गया, वह उसके सिर पर पैर रख कर बाहर अा गया । तो यह बुद्धिमत्ता है कि "इस धुर्त को कड़ी मेहनत करने दो और हमारे लिए एक अच्छा पार्क बनाअो, और हम इस का लाभ लेंगे ।"  यह बुद्धिमत्ता है । और यह अजागर वृत्ति कहा जाता है । अजागर वृत्ति । अजागर का मतलब है... बड़ा सांप अजगर कहा जाता है । तो यह चूहा, वे छेद बनाते हैं और वहाँ रहना चाहते हैं । और वे आराम से रह रहे हैं । इस बीच, अजगर आता है । वह चूहे को खा जाता है और आराम से रहता है ।
 
तो हमारी अजागर वृत्ति है । तुम घर बनाने के लिए काम करो आराम से रहने के लिए । लेकिन हम घर का कब्जा करते हैं और आराम से रहते हैं । (तोड़) लॉस एंजिल्स, दुकानदार, वे हमारे आदमियों से पूछते हैं कि "तुम काम नहीं करते हो | तुम इतने आराम से रहते हो । और इतनी मेहनत से काम करते हुए, हम आराम से नहीं रह सकते ।" और जैसे ही हम कहते हैं कि "तुम भी आअो और शामिल हो जाअो," वे नहीं करेंगे । "नहीं, हम इस तरह से काम करेंगे ।" हम सबसे कह रहे हैं, "इधर आओ," लेकिन वे नहीं अाऍगे । और वह है, वे ईर्ष्यालु हैं । इसलिए वे कहते हैैं कि वे भाग रहे हैं "वे दूसरों की मेहनत पर इतने आराम से रह रहे हैं ।" यही उनकी ईर्ष्या है । वे देखते हैं, "कई गाड़िया हैं, उनके चेहरे उज्ज्वल हैं, वे अच्छी तरह से खा रहे हैं, और कोई समस्या नहीं है ।" तो वे जलते हैं ।
 
हरिकेश: अगर वे जानते की कैसे करना है तो वे तुरंत करते ।  


प्रभुपाद: एह?  
प्रभुपाद: एह ?  


हरिकेश: अगर वे जानते कैसे तो वे भी तुरंत करते ।  
हरिकेश: अगर वे जानते कैसे तो वे भी तुरंत करते ।  


प्रभुपाद: नहीं, हम उन्हें आमंत्रित कर रहे हैं "यहाँ आओ।" वे क्यों नहीं आते? और यह उनके लिए मुश्किल है । हरे कृष्ण जप करो और नाचो, ओह, यह उनके लिए बहुत बड़ा, भारी काम है। वे नहीं आएँगे । सबसे मुश्किल बात यह है कि जैसे वे आते हैं और उन्हे पता लगता है खि चाय नहीं है, कोई शराब, कोई मांस, कोई सिगरेट, नहीं "ओह, इतनी मनाई ? ओह।" उस ड्राफ्ट आदमी ने कहा? वह ड्राफ्ट आदमी कुछ लड़कों की पूछताछ के लिए आया था ड्राफ्ट कॉल से बचने के लिए, वे इस हरे कृष्ण आंदोलन में शामिल हो गए। "तो आराम यहाँ क्या है? वे शामिल हो गए बजाय जाने के..." तो जब उसने अध्ययन किया कि कोई जुआ नहीं है, कोई धूम्रपान नहीं है, कोई शराब नहीं है, कोई मांस नहीं है तो उश्रने कहा, "यह और भी अधिक मुश्किल है। फिर भी, वे आते हैं।" यह लड़ने के लिए जाने से अधिक कठिन है। तो कैसे यह अद्भुत है। दरअसल, कर्मियों के लिए यह बहुत मुश्किल काम है। यहां तक ​​कि प्रभु सेटलैंड, उन्होंने कहा, "ओह, ऐसा करना असंभव है।" और वास्तव में, यह असंभव है। यह आराधना है डॉ ... प्रोफेसर जूढह की कि "ये चर्सी लड़के, कैसे वे कृष्ण भावनाभावति हो गए हैं?" यही उनकी अद्भुत बात है। तुम कह सकते हो कि "हम इस जीवन की इस भयानक स्थिति से बच रहे हैं : मांस खाना, पीना और नशा करना हम बच रहे हैं, इन बातों से, खुशी से बच नहीं रहे हैं । तुम खुशी से बच रहो हो हरे राम हरे राम...
प्रभुपाद: नहीं, हम उन्हें आमंत्रित कर रहे हैं, "यहाँ आओ ।" वे क्यों नहीं आते ? और यह उनके लिए मुश्किल है । हरे कृष्ण जप करो और नाचो, ओह, यह उनके लिए बहुत बड़ा, भारी काम है । वे नहीं आएँगे । सबसे मुश्किल बात यह है की जैसे वे आते हैं और उन्हे पता लगता है की चाय नहीं है, कोई शराब, कोई मांस, कोई सिगरेट, नहीं "ओह, इतनी मनाई ? ओह ।" उस ड्राफ्ट आदमी ने कहा ? वह ड्राफ्ट आदमी कुछ लड़कों की पूछताछ के लिए आया था, ड्राफ्ट आदमी के कॉल से बचने के लिए, वे इस हरे कृष्ण आंदोलन में शामिल हो गए । "तो यहाँ पर आराम क्या है ? वे शामिल हो गए बजाय जाने के..." तो जब उसने अध्ययन किया कि कोई जुआ नहीं है, कोई धूम्रपान नहीं है, कोई शराब नहीं है, कोई मांस नहीं है, तो उसने कहा, "यह और भी अधिक मुश्किल है । फिर भी, वे आते हैं ।" यह लड़ने के लिए जाने से अधिक कठिन है । तो कैसे यह अद्भुत है ।  


सत्सवरूप: मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि असली जिम्मेदारी है सेक्स जीवन का आनंद लेना अौर उस तरह, हम...  
दरअसल, कर्मियों के लिए यह बहुत मुश्किल काम है । यहां तक ​​कि लॉर्ड ज़ेटलैंड, उन्होंने कहा, "ओह, ऐसा करना असंभव है ।" और वास्तव में, यह असंभव है । यह आराधना है डॉ... प्रोफेसर जुड़ा की, कि "ये चर्सी लड़के, कैसे वे कृष्ण भावनाभावति हो गए हैं ?" यही उनकी अद्भुत बात है । तुम कह सकते हो कि "हम इस जीवन की इस भयानक स्थिति से बच रहे हैं: मांस खाना, पीना और नशा करना" | हम बच रहे हैं, इन बातों से, खुशी से बच नहीं रहे हैं । तुम खुशी से बच रहो हो । हरे राम हरे राम...  


प्रभुपाद: लेकिन सुअर भी आनंद लेता है। तब तुममे अौर सुअर के बीच का अंतर क्या है? सुअर बिना रोक टोक आनंद लेते हैं । बिल्लियॉ और कुत्ते भी मजा लेते हैं । तो इंसान बनने का लाभ क्या है, सभ्य आदमी ? वह आनंद तो एक बेहतर तरीके से सूअर के जीवन में है। तुममे कुछ विवेक है " यहाँ मेरी बेटी है, यहाँ मेरी मां है, यहाँ मेरी बहन है," लेकिन ऐसी कोई विवेक नहीं है। तुम जीवन का आनंद लो और एक सूअर बनो, और यह तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है, अगले जीवन ।  
सत्सवरूप: मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि असली जिम्मेदारी है यौन जीवन का आनंद लेना अौर उस तरह, हम...
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प्रभुपाद: लेकिन सुअर भी आनंद लेता है । तब तुममे अौर सुअर के बीच का अंतर क्या है ? सुअर बिना रोक टोक आनंद लेते हैं । बिल्लि और कुत्ते भी मजा लेते हैं । तो इंसान, सभ्य इंसान, बनने का लाभ क्या है ? वह आनंद तो एक बेहतर तरीके से सूअर के जीवन में है । तुममे कुछ विवेक है "यहाँ मेरी बेटी है, यहाँ मेरी मां है, यहाँ मेरी बहन है," लेकिन ऐसा कोई विवेक नहीं है । तुम जीवन का आनंद लो और एक सूअर बनो, और यह तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है, अगला जीवन ।  
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Latest revision as of 17:43, 1 October 2020



750629 - Morning Walk - Denver

प्रभुपाद: हम निर्माण नहीं करने वाले हैं । क्या यह बचना हुअा, या यह बुद्धिमत्ता हुई, की "तुम कड़ी मेहनत करो अौर मुझे दो । हम आनंद लेंगे ? यह बुद्धिमत्ता है; भागना नहीं है । यही चल रहा है । पूंजीपति, वे इन धूर्त, गधों को कारखाने में लगा रहे हैं, और वे जीवन का आनंद ले रहे हैं । यही बुद्धीमत्ता है । यह भागना नहीं है ।

तुम्हे हिरन और सियार की कहानी पता है ? (हँसते हुए) सियार कुँए के पानी में गिर गया । तो वह नहीं था..., बाहर आने में असमर्थ था । तो एक हिरन वहाँ आया । "यह क्या है...?" "ओह, यह बहुत अच्छा है । मैं नाच रहा हूँ । देखो ? यह बहुत अच्छा है ।" तो वह भी नीचे गिर गया । और जैसे ही वह नीचे गिर गया, वह उसके सिर पर पैर रख कर बाहर अा गया । तो यह बुद्धिमत्ता है कि "इस धुर्त को कड़ी मेहनत करने दो और हमारे लिए एक अच्छा पार्क बनाअो, और हम इस का लाभ लेंगे ।" यह बुद्धिमत्ता है । और यह अजागर वृत्ति कहा जाता है । अजागर वृत्ति । अजागर का मतलब है... बड़ा सांप अजगर कहा जाता है । तो यह चूहा, वे छेद बनाते हैं और वहाँ रहना चाहते हैं । और वे आराम से रह रहे हैं । इस बीच, अजगर आता है । वह चूहे को खा जाता है और आराम से रहता है ।

तो हमारी अजागर वृत्ति है । तुम घर बनाने के लिए काम करो आराम से रहने के लिए । लेकिन हम घर का कब्जा करते हैं और आराम से रहते हैं । (तोड़) लॉस एंजिल्स, दुकानदार, वे हमारे आदमियों से पूछते हैं कि "तुम काम नहीं करते हो | तुम इतने आराम से रहते हो । और इतनी मेहनत से काम करते हुए, हम आराम से नहीं रह सकते ।" और जैसे ही हम कहते हैं कि "तुम भी आअो और शामिल हो जाअो," वे नहीं करेंगे । "नहीं, हम इस तरह से काम करेंगे ।" हम सबसे कह रहे हैं, "इधर आओ," लेकिन वे नहीं अाऍगे । और वह है, वे ईर्ष्यालु हैं । इसलिए वे कहते हैैं कि वे भाग रहे हैं "वे दूसरों की मेहनत पर इतने आराम से रह रहे हैं ।" यही उनकी ईर्ष्या है । वे देखते हैं, "कई गाड़िया हैं, उनके चेहरे उज्ज्वल हैं, वे अच्छी तरह से खा रहे हैं, और कोई समस्या नहीं है ।" तो वे जलते हैं ।

हरिकेश: अगर वे जानते की कैसे करना है तो वे तुरंत करते ।

प्रभुपाद: एह ?

हरिकेश: अगर वे जानते कैसे तो वे भी तुरंत करते ।

प्रभुपाद: नहीं, हम उन्हें आमंत्रित कर रहे हैं, "यहाँ आओ ।" वे क्यों नहीं आते ? और यह उनके लिए मुश्किल है । हरे कृष्ण जप करो और नाचो, ओह, यह उनके लिए बहुत बड़ा, भारी काम है । वे नहीं आएँगे । सबसे मुश्किल बात यह है की जैसे वे आते हैं और उन्हे पता लगता है की चाय नहीं है, कोई शराब, कोई मांस, कोई सिगरेट, नहीं "ओह, इतनी मनाई ? ओह ।" उस ड्राफ्ट आदमी ने कहा ? वह ड्राफ्ट आदमी कुछ लड़कों की पूछताछ के लिए आया था, ड्राफ्ट आदमी के कॉल से बचने के लिए, वे इस हरे कृष्ण आंदोलन में शामिल हो गए । "तो यहाँ पर आराम क्या है ? वे शामिल हो गए बजाय जाने के..." तो जब उसने अध्ययन किया कि कोई जुआ नहीं है, कोई धूम्रपान नहीं है, कोई शराब नहीं है, कोई मांस नहीं है, तो उसने कहा, "यह और भी अधिक मुश्किल है । फिर भी, वे आते हैं ।" यह लड़ने के लिए जाने से अधिक कठिन है । तो कैसे यह अद्भुत है ।

दरअसल, कर्मियों के लिए यह बहुत मुश्किल काम है । यहां तक ​​कि लॉर्ड ज़ेटलैंड, उन्होंने कहा, "ओह, ऐसा करना असंभव है ।" और वास्तव में, यह असंभव है । यह आराधना है डॉ... प्रोफेसर जुड़ा की, कि "ये चर्सी लड़के, कैसे वे कृष्ण भावनाभावति हो गए हैं ?" यही उनकी अद्भुत बात है । तुम कह सकते हो कि "हम इस जीवन की इस भयानक स्थिति से बच रहे हैं: मांस खाना, पीना और नशा करना" | हम बच रहे हैं, इन बातों से, खुशी से बच नहीं रहे हैं । तुम खुशी से बच रहो हो । हरे राम हरे राम...

सत्सवरूप: मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि असली जिम्मेदारी है यौन जीवन का आनंद लेना अौर उस तरह, हम...

प्रभुपाद: लेकिन सुअर भी आनंद लेता है । तब तुममे अौर सुअर के बीच का अंतर क्या है ? सुअर बिना रोक टोक आनंद लेते हैं । बिल्लि और कुत्ते भी मजा लेते हैं । तो इंसान, सभ्य इंसान, बनने का लाभ क्या है ? वह आनंद तो एक बेहतर तरीके से सूअर के जीवन में है । तुममे कुछ विवेक है "यहाँ मेरी बेटी है, यहाँ मेरी मां है, यहाँ मेरी बहन है," लेकिन ऐसा कोई विवेक नहीं है । तुम जीवन का आनंद लो और एक सूअर बनो, और यह तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है, अगला जीवन ।