HI/690430b बातचीत - श्रील प्रभुपाद बॉस्टन में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"ये चार चीजें, जैसे जन्म, मृत्यु, वृद्धावस्था और बीमारी, आपके साथ रहेंगी। इसलिए भगवद गीता में कहा गया है कि मद धाम गत्वा पुनर्जन्म न विद्यते (भ. गी. ८.१६) "यदि आप आध्यात्मिक आकाश में मेरे निवास स्थान पर पहुंचते हैं, तो आपके और कोई जन्म नहीं होगा।" इसलिए यह पुरुष-महिला प्रश्न हर जगह है। केवल अंतर यह है कि आध्यात्मिक दुनिया में यौन जीवन की आवश्यकता नहीं है, हालांकि पुरुष और महिला के बीच आकर्षण है। यह ... बस राधा और कृष्ण की तरह है।"
690430 - बातचीत अंश - बॉस्टन