HI/Prabhupada 0135 - वेदों की उम्र तुम गिन नहीं सकते
Morning Walk -- October 5, 1975, Mauritius
भारतीय आदमी: स्वामी जी, आप बाइिबल के एडम के विषय में क्या सोचते हैं ? एडम ब्रह्मा है ? इसे भारतीय दर्शन से काॅपी कर वहाँ अलग नाम से संबोधित किया गया है ?
प्रभुपद: ऐतिहासिक दृष्टिकोण से यह काॅपी किया गया है, क्योंकि वेदों की रचना ब्रह्माजी द्वारा कई, कई लाखों, लाखों वर्षों पहले की गई है । और बाइबिल दो हज़ार वर्ष पहले बनाया गया । तो हमें मूल पुस्तक को स्वीकार करना चाहिए । दुनिया के सभी धर्म, वे वेदों से लिए जाते हैं, विभिन्न भागों से । इसलिए वह पूर्ण नहीं हैं । बाइबिल का अस्तित्व दो हज़ार वर्ष से अधिक नही है । वेदों की आयु की गणना आप नहीं कर सकते, लाखों और लाखों वर्ष है ।